बैड ड्रीम के कई साइकोलॉजिकल कारण हैं, जिसे समझना जरुरी है। इस तरह से सपनो का आपकी नींद पर नकारात्मक असर पड़ता है, यही नहीं यह आपके मानसिक तनाव को भी बढ़ा सकता है।
डरावना सपना देखना कोई बीमारी नहीं है, लेकिन जब यह बार-बार हो, दिनभर काम करने की क्षमता कम करे, दिमाग में उसकी यादें बनी रहें या व्यक्ति सोने से ही डरने लगे, तब इसे नाइटमेयर डिसऑर्डर माना जाता है. ऐसे लोगों में अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन, ध्यान की कमी, याददाश्त में कमी और बुरे सपनों का लगातार डर देखने को मिलता है. बच्चों में यह समस्या होने पर माता-पिता की नींद भी प्रभावित होती है.
स्टूडेंट्स, आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है!
रात में बार-बार बुरे सपने क्यों आते हैं? जानें कारण और समाधान
पिछले वर्ष के हल प्रश्न पत्र / अभ्यास सेट
विवादों में घिरा नेहा कक्कड़ का नया गाना 'कैंडी शॉप', सोशल मीडिया पर ट्रोल हुई गायिका
कई बार मन थका हुआ होता है और शरीर भी कमजोर है तब बुरे सपने आते हैं.
साहसी बच्चा और डूबता कुत्ता: प्रेरक कहानी
यह खौफ का ऐसा मंजर होता है, जिसमें आप अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर छिपते हैं.
अगर इन सपनों पर अगर जल्दी काबू न पाया जाए तो यह अनिद्रा, मोटापा, स्ट्रेस, डिप्रेशन, व्यक्ति के काम की गुणवत्ता और खराब नींद का कारण बनने लगते हैं। हालांकि इस तरह के डरावने सपने व्यक्ति को अनहेल्दी फूड, तनाव, नींद की कमी, सोने के गलत तरीके की वजह से आते हैं।
पैरासोम्निया होने पर भी आपको नाइटमेयर आने की परेशानी हो सकती है
Please assist the artists by purchasing relevant recordings and items. LyricsOnDemand.com
Nicely, quite possibly the check here most beloved components on the present ended up Anupamaa and Anuj Kapadia’s appreciate Tale, Anupamaa’s sturdy dialogues on Women of all ages’s independence and liberty together with highlighting concerns and mentioning the value of possessing powerful unity in interactions and during the relatives also.
इन सपनों की वजह से रात में आराम से सो भी नहीं पाते हैं.